छत्तीसगढ़ जगदलपुर के दर्शनीय स्थलों में ऐसा चमत्कार देखकर आप हैरान हो जाएंगे

छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित जगदलपुर एक पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। जगदलपुर जिले में स्थित इस शहर को ‘धामतारा’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर्यटकों को आकर्षित करने वाले कई प्रमुख स्थान हैं, जिनमें झरने, मंदिर और तीर्थस्थल शामिल हैं। इस शहर का ऐतिहासिक महत्व भी है, क्योंकि यह बस्तर राज्य की राजधानी भी रहा है।
धामतारा झरने जगदलपुर के पश्चिमी हिस्से में स्थित हैं और ये झरने प्राकृतिक सौंदर्य की अद्वितीयता के लिए विख्यात हैं। यहां की शानदार धाराएं आपको एक शानदार दृश्य प्रदान करती हैं और यहां का वातावरण शांतिपूर्ण और प्रशांत होता है। यह जलप्रपात पर्यटकों के बीच खूब पसंद किया जाता है और स्थानीय लोगों के लिए यह एक पिकनिक स्थल की तरह काम करता है।
दूसरा प्रमुख स्थान जगदलपुर में भारत माता मंदिर है। यह मंदिर भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है। इस मंदिर में भारत माता की मूर्ति स्थापित है और यहां आने वाले लोग भारतीय धर्म की महिमा और आदर्शों को महसूस करते हैं। इसके अलावा, मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में अन्य धार्मिक स्थल भी हैं, जिन्हें देखने का अवसर प्राप्त होता है।
तीसरा महत्वपूर्ण मंदिर जगदलपुर में स्थित है, जो जगन्नाथ मंदिर के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर की अनुकरण की गई है और यहां भक्तों को श्रीकृष्ण और उनके भ्राता बालराम की मूर्तियों की पूजा का अवसर मिलता है। इस मंदिर में हर साल रथयात्रा का आयोजन किया जाता है, जिसमें भक्तों की भीड़ इन मूर्तियों के रथ को खींचती है।
यहां जगदलपुर में यात्रा करने के लिए आपको पर्यटन और आराम के लिए कई सुविधाएं मिलेंगी। होटल, धर्मशाला और रेस्ट हाउस यहां उपलब्ध हैं जो आपके रुख़सारी यात्रा को सुगम और आरामदायक बनाते हैं। यहां आप स्थानीय खाने का आनंद भी ले सकते हैं, जहां आपको स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का मज़ा मिलेगा।
छत्तीसगढ़ जगदलपुर के पर्यटन स्थलों का यह समूह प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिकता और ऐतिहासिक महत्व का अद्वितीय मिश्रण है। यहां पर्यटक अपने आत्मा को शांति और आनंद के साथ प्रशांत महसूस कर सकते हैं और स्थानीय संस्कृति को जानने और महसूस करने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ जगदलपुर यात्रा भारतीय पर्यटन के एक अनोखे अनुभव को प्रदान करती है, जिसे आप अवश्य अनुभव करें।
धामतारा झरने

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में स्थित धामतारा झरना पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थल है। यह झरना को देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक यहाँ आते हैं। धामतारा झरना अपने शानदार प्राकृतिक सौंदर्य, जल के धाराओं की उच्चता, और चमकते हुए पत्थरों की रंगीनी से मशहूर है। यहाँ के वन्य जीव, पेड़-पौधे और छज्जे देखने लायक हैं। यह झरना तालाब के पास स्थित है और इसका पानी अत्यंत शुद्ध और शीतल होता है। धामतारा झरने के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण पर्यटकों को मनोहारी अनुभव प्रदान करते हैं।
भारत माता मंदिर

भारत माता मंदिर वाराणसी, भारत में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भारत माता को समर्पित एक अद्वितीय मंदिर है। इस मंदिर का उद्घाटन 1936 में महात्मा गांधी द्वारा किया गया था और यह राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखता है।
मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है, जिसमें संगमरमर में भारत का रिलीफ मानचित्र बनाया गया है, जिसमें देश की पर्वत श्रृंग, नदियाँ और प्रमुख धरोहरों का चित्रण किया गया है। हर राज्य को एक अलग पूजा स्थल द्वारा प्रतिष्ठित किया गया है, जो उनकी विशेष संस्कृति और परंपराओं को दर्शाता है। मंदिर में भारत माता की मूर्ति भी स्थापित है, जो भारत की एकता और विविधता को प्रतीकटान करती है।
भारत माता मंदिर के आगंतुक देशभक्ति और सम्मान की भावना को अनुभव कर सकते हैं। यह मंदिर भारत के समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आदर्शों का प्रतीक है। यह भारत की आत्मा से जुड़ने के इच्छुक लोगों के लिए एक अनिवार्य दर्शनीय स्थल है।
जगन्नाथ मंदिर

जगन्नाथ मंदिर ओड़ीशा राज्य के पुरी शहर में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है। यह मंदिर जगन्नाथ परिवार को समर्पित है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा भगवान की मूर्तियाँ स्थापित हैं।
जगन्नाथ मंदिर एक अद्वितीय संस्कृति और साहित्य केंद्र है, जहाँ भक्तों के लिए मासिक और वार्षिक यात्राएँ आयोजित की जाती हैं। मंदिर की विशेषता में यह भी शामिल है कि यह एक मात्र मंदिर है जहां अप्रवेशित व्यक्तियों को भी प्रवेश की अनुमति होती है।
जगन्नाथ मंदिर के प्रांगण में रथयात्रा नामक पर्व वार्षिक रूप से मनाया जाता है, जिसमें भक्तों के संख्यागण भगवान के रथ को खींचते हैं। यह पर्व जगन्नाथ मंदिर की महत्वपूर्णता और आकर्षण को दर्शाता है। मंदिर की इस परंपरा और माहिती धनी संस्कृति का प्रतीक है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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