मैडी के बाल काटकर पुलिस ने निकाला जुलूस, फरार है दूसरे गैंग का बदमाश वसीम

बिलासपुर में गैंगवार में जानलेवा हमला करने के आरोपी हिस्ट्रीशीटर मैडी ने पुलिस को बड़ा चैलेंज किया है। उसने पुलिस को हत्या के केस में फरार दूसरे गैंग के वसीम को गिरफ्तार करने की चुनौती दी है। और कहा है कि हिम्मत है तो फरार हत्यारे को गिरफ्तार करो, वो रायपुर में रहता है। इससे पहले पुलिस ने मैडी और उसके साथियों के बाल काटकर शहर की सड़कों पर जुलूस निकाला।
ये वही आरोपी हैं जो पिछले शनिवार को भास्कर वर्मा को देर रात बीच सड़क पर अकेला पाकर लोहे के हथियारों से ताबड़तोड़ पिटाई की थी। इस हमले में भास्कर वर्मा बुरी तरह से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वसीम भास्कर गैंग से है। और मैडी गैंग के साथ उसकी पुरानी रंजिश चल रही है।
इस वारदात के बाद से हिस्ट्रीशीटर मैडी फरार हो गया था। वहीं, पुलिस की टीम उसे तलाश रही थी। इस घटना से नाराज SP संतोष कुमार सिंह ने तारबाहर टीआई मनोज नायक को जमकर फटकार लगाई थी। इसके साथ ही चेतावनी दी थी कि दो दिन के भीतर मैडी को नहीं पकड़ने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद पुलिस सक्रियता से मैडी की तलाश कर रही थी।
इस बीच पता चला कि वह मुंगेली में है। इसकी भनक लगते ही पुलिस की टीम मुंगेली पहुंच गई। रात करीब तीन बजे पुलिस ने फार्म हाउस में घेराबंदी की और दो किमी खेत में दौड़ाकर उसे दबोच लिया। वह अपने साथी के साथ खेत में भागने की फिराक में था। लेकिन, पुलिस ने उसे दौड़ाकर दबोच लिया।
बुधवार दोपहर हिस्ट्रीशीटर मैडी और उसके दो साथी रूपेश दुबे और गोलू विदेशी को गिरफ्तार करके कोर्ट लेकर गई। जहां कोर्ट ने सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
मैडी को फरार कराने में सिविल लाइन क्षेत्र के भाजपा नेता की अहम भूमिका रही है। भाजपा युवा मोर्चा कार्य समिति के सदस्य रूपेश दुबे मैडी गैंग से ताल्लुक रखता है। पुलिस ने मैडी के साथ उसे भी गिरफ्तार किया है। लेकिन, पुलिस ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि रुपेश दुबे और मैडी जिस गाड़ी में फरार हुए थे, वह किसकी है। बताया जा रहा है कि उनके भागने के लिए भाजपा नेता ने उन्हें अपनी गाड़ी दे दी थी।
लेकिन, पुलिस ने न तो गाड़ी मालिक की जानकारी जुटाई और न ही उससे पूछताछ की। दरअसल, शहर में रसूखदार कांग्रेस नेता परदे के पीछे जमीन खरीदी-बिक्री का खेल कर रहे हैं। जरहाभाठा इंदु चौक की जमीन में कब्जे को लेकर एक बुजुर्ग का कांग्रेस नेताओं से विवाद हो गया। जिसमें पीड़ित पक्ष का मैडी ने साथ दिया और अपने गैंग को सामने कर दिया। इसके बाद से ही मैडी प्रशासन की नजर में आया। पुलिस ने उसकी कुंडली निकाली और दर्जनों पुराने केस निकालकर उसका जिला बदर कर दिया।
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