प्राचीन कंकाली माता मंदिर छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्थित है।


छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित है प्राचीन कंकाली माता मंदिर। यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य की महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है और देश के अनेक प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। कंकाली माता मंदिर छत्तीसगढ़ की स्थानीय लोक-कथाओं, परंपराओं और आस्था का प्रतीक है और इसे माता के पवित्र मंदिर के रूप में सम्मानित किया जाता है।
रायपुर के ये कंकाली माता मंदिर 700 साल पुराना है .और बहुत ज्यादा प्राचीन मंदिर है. बोलते है की यहाँ पर समसानघाट के हुआ करता था और समसान घाट के ऊपर माता कंकाली का मंदिर बनाया गया है.
कंकाली माता का इतिहास सबसे अलग और पुराना है. कंकाली माता मंदिर का सासरा गार साल में केवल एक ही दिन यानि दशरह के दिन सुबह खुलता है. फिर शाम ढलते ही शस्त्रागार फिर पुरे एक साल के लिए बंद हो जाता है . इस दौरान श्रद्धालु लोग की भरी भीड़ लगती है. और लोग माता के सामने मथा टेकते है. और पुराने अस्त्र शास्त्र के दर्शन करते है ऐसा माना जाता है

की जब भगवान राम और रावण का यूद्ध हो रहा था तब देवी युद्ध के मैदान में प्रगट हुई थी. और श्री राम को अस्त्रों व शास्त्रों से सुसज्जित किया था. यहाँ के तालाब में नहाने से चर्मरोग और खुजली ठीक हो जाता है इतनी ज्यादा मान्यता है.
कंकाली माता मंदिर का निर्माण प्राचीनकाल में हुआ था और यह मंदिर अपनी ऐतिहासिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस स्थान पर बहुत समय पहले माता के एक स्वरूप का अविर्भाव हुआ था और यहां पर माता ने अपनी शक्ति का अनुभव किया था। यहां पर उन्होंने अपनी शक्ति के बारे में लोगों को अनुभव कराने के लिए विभिन्न कठिनाइयों का सामना किया था।
कंकाली माता मंदिर का निर्माण पत्थरों से किया गया है और इसकी स्थापना मूल रूप से राजा भरतेन्द्र मेवार द्वारा की गई थी। मंदिर में देवी काली के साथ-साथ अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। कंकाली माता मंदिर की विशेषता यह है कि यह एक अत्यंत शक्तिशाली मंदिर माना जाता है और लोग यहां श्रद्धा और भक्ति के साथ माता की पूजा करते हैं।
इस मंदिर में वार्षिक माता की जयंती व नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है। इन दिनों, लाखों भक्तजन इस मंदिर में आते हैं और अपनी मनोकामनाएं माता के सामने रखते हैं। इसके अलावा, मंदिर में धार्मिक कार्यक्रम, संगीत सभा और पूजा-पाठ आदि भी आयोजित किए जाते हैं।
कंकाली माता मंदिर की स्थिति भी इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती है। इसके आस-पास एक सुंदर प्राकृतिक वातावरण है जो आपको चंगा देवी, शिवनाथ एवं उदंडीधार के आकर्षण से परिचित कराता है। यहां पर आप ध्यान में लगे रहकर शांति और स्थिरता का आनंद ले सकते हैं।

कंकाली माता मंदिर एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण केंद्र भी है। यहां पर लोग शांति और समृद्धि की कामना करते हैं और माता से अपने संकटों के समाधान की प्रार्थना करते हैं। माता के इस पवित्र मंदिर का दर्शन करने से लोग आनंद, शांति और संतुष्टि की अनुभूति करते हैं।
इस प्रकार, छत्तीसगढ़ रायपुर में स्थित प्राचीन कंकाली माता मंदिर एक महत्त्वपूर्ण और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। इसका निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और यह छत्तीसगढ़ की आस्था, परंपराओं और धार्मिकता का प्रतीक है। यहां पर आने वाले भक्तजन माता की पूजा-अर्चना करते हैं और अपने मनोकामनाएं पूर्ण करने की कामना करते हैं। इसके अलावा, इस मंदिर की प्राकृतिक सुंदरता और आश्रयदायक वातावरण भी इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं।
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