रायपुर.एक युवती ने शराबी पति से मार खाना स्वीकार नहीं किया तो समाज वालो ने उसे परिवार समेत बेदखल कर दिया गया। युवती के बुजुर्ग पिता ने कलेक्टर से गुहार लगाई है। बुजुर्ग खेमू साहू ने कलेक्टर से कहा, साहब मैं बहुत परेशान हो गई है मेरी बेटी, क्योंकि समाज ने उसे छह साल से बहिष्कृत कर दिया है। तब से यह पीड़ा झेल रही है , लेकिन अब तो अति हो गई है। पहले तो समाज से बहिष्कार कर दिया अब वापस आने के लिए 25000 रुपए मांग रहे हैं।
युवती का प्रकरण न्यायालय में चल रहा था। इसी साल उसे शराबी पति से तलाक मिल गया। तलाक के फैसले का कागज लेकर युवती के पिता ने समाज के मुखिया से बहिष्कार वापस लेने के लिए आवेदन किया। तो इस पर समाज प्रमुखों ने परिवार को 25 हजार रुपए का दंड लगा दिया। इसके बाद वापसी का विकल्प खुलने की बात कही। बेटे का विवाह अटका: सामाजिक बहिष्कार के कारण पीड़ित के बेटे का विवाह भी अटक गया है।
परिवार को बहिष्कृत करने का कारण यह था कि शिकायतकर्ता गणेश साहू की बेटी का विवाह मई 2016 में हुआ था। तब से उसका पति शराब पीकर उसे मरता-पीटता था। युवती ने एक साल तक जैसे तैसे प्रताड़ना बर्दाश्त की। इसके बाद ससुराल छोड़कर आ गई। 21 अक्टूबर 2018 को साहू समाज के लोगों ने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई। बैठक में युवती को ससुराल वापस जाने के लिए दबाव बनाया। जब लड़की ने ससुराल जाने से मना कर दिया तो युवती को परिवार समेत समाज से बेदखल कर दिया गया।
रायपुर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच में दोषी लोगों पर एफआईआर मामला दर्ज की जाएगी।
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