CGPSC के रिजल्ट पर राजनीति तेज, चेयरमैन ने बेटे-भतीजे का भी फर्जी तरीके से कराया चयन

By Manisha Dhruw

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छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग परीक्षा 2021 (CG-PSC) के रिजल्ट को रद्द करने की मांग उठी है। इस मामले में बीजेपी ने आयोग के अधिकारियों ने पैसे लेकर अभ्यर्थियों के सिलेक्शन करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही CG-PSC के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी पर अपने बेटे समेत परिवार के कई सदस्यों का बड़े पदों पर चयन कराने का आरोप बीजेपी ने लगाया है। वहीं कांग्रेस ने भी इन आरोपों पर पलटवार किया है।

बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर हम इस भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत करेंगे। उन्होंने सीजी-पीएससी रिजल्ट को तत्काल रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं की एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर जांच कराई जाए।

गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि इस घोटाले के बाद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने लोगों का विश्वास पूरी तरह से खो दिया है। यहां लाखों परीक्षा देने वाले योग्य अभ्यर्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जिसमें कुछ अधिकारी और कांग्रेस के नेता एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इन IAS अधिकारियों का रिटायरमेंट प्लान है कि वे अपने बच्चों को बड़े पदों पर बैठा दें।

CGPSC में हुए घोटाले की बात को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि कोई योग्य अभ्यर्थी का संबंध किसी नेता,अधिकारी या व्यापारी से है, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि वह अपने हक से वंचित रह जाएं। लोक सेवा आयोग में भर्ती पूरी तरह पारदर्शी तरीकों से होती है। इसमें चयनित अभ्यर्थी अपने बलबूते पास होते हैं।

भाजपा नेताओं का ऐसा आरोप लगाना उनकी घटिया सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि जब BJP की सरकार थी, तो तत्कालीन शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह किसी अन्य युवती ने परीक्षा दी थी। इस नकल मामले का भंडाफोड़ भी हुआ था। यह भ्रष्टाचार पिछली बीजेपी सरकार में होता था।

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