छत्तीसगढ़ बस्तर में है वन्य जीवन, प्राचीन मंदिरो के बारे में जान कर आप हैरान हो जाएगें

By Manisha Dhruw

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प्राचीन मंदिर

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले का वन्य जीवन एक अद्भुत और आकर्षक दुनिया है। इस क्षेत्र में प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य प्राणियों की विविधता देखने का अवसर मिलता है। बस्तर के जंगलों में गहरे हरे रंग की पेड़-पौधों का अनोखा संगम होता है, जहां वन्य जानवरों का निवास होता है। इस आर्टिकल में हम आपको छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के वन्य जीवन और प्राचीन मंदिरों के बारे में बताएंगे।

बस्तर क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिण में स्थित है और यह छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी जिला है। यहां का वन्य जीवन अत्यंत संपदा सम्पन्न है और इसे छत्तीसगढ़ का गर्व माना जाता है। इस क्षेत्र में कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभ्यारण्य स्थित हैं, जहां आपको विभिन्न प्रकार के जीव-जन्तु देखने को मिलते हैं।

बस्तर के जंगलों में आपको हाथी, बाघ, लेपर्ड, सांभर, चित्ता हिरण, बारासिंघा, नीलगाय, भालू, जंगली सुअर और विभिन्न प्रकार के पक्षियों की विविधता देखने को मिलती है। इसके अलावा, बस्तर में कई प्रजातियों के सुरक्षित घासमें वाले मैदान और विशेष वन्यजीव अभ्यारण्य हैं जहां अनुसंधान और संरक्षण कार्य होता है। बस्तर के जंगलों की खूबसूरती और वन्य जीवन की विविधता आपको आश्चर्यचकित कर देगी।

बस्तर जिले के वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक चित्रकोट अभ्यारण्य है। यह अभ्यारण्य भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत स्थापित किया गया है और इसमें कई प्रकार के सुरक्षित वन्य प्राणी पाए जाते हैं। इसके अलावा, आप जगदलपुर में भी वन्यजीव अभ्यारण्य देख सकते हैं जहां प्रकृति की अनंत खूबसूरती और वन्य प्राणियों का दर्शन करने का अवसर मिलता है।

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में प्राचीन मंदिरों की एक अद्भुत संपत्ति है। यहां के मंदिर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं और यहां के प्राचीनतम मंदिरों में से कुछ अपने आप में एक पूरी कहानी कहते हैं। इन मंदिरों की वास्तुशिल्प और कार्यमान स्वर्णिम काले पत्थर की मूर्तियों से भरी होती हैं।

बस्तर के प्रमुख मंदिरों में जगदंबा मंदिर, दांतेश्वर मंदिर, धूमरपेठ मंदिर, श्री दुर्गा मंदिर, श्री लक्ष्मणेश्वर मंदिर, और श्री शंकरेश्वर मंदिर शामिल हैं। ये सभी मंदिर धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखते हैं और यहां के श्रद्धालु और पर्यटक इन मंदिरों की आराधना करते हैं।

वन्य जीवन

छत्तीसगढ़ के बस्तर का वन्य जीवन और प्राचीन मंदिरों का अनुभव एक अद्वितीय और यात्री आकर्षक अनुभव है। यहां के वन्य जीवन का दर्शन करके आपको प्रकृति के साथ एक मेल और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव होगा। इसके साथ ही, बस्तर के प्राचीन मंदिरों की यात्रा आपको इतिहास और धार्मिक अनुभव का मौका देगी। यहां के स्थानीय लोगों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अतिथि प्रियता आपको इस क्षेत्र में आपका स्वागत करेंगी।

बस्तर का वन्य जीवन और प्राचीन मंदिरों का अनुभव सुनिश्चित है कि आपको छत्तीसगढ़ के इस शानदार प्राकृतिक संपदा और धार्मिक विरासत का पूरा आनंद मिलेगा। यहां की सुंदरता और आदिवासी संस्कृति की गहराई आपको प्रभावित करेगी और आपकी यात्रा को यादगार बनाएगी। इसलिए, अगली बार जब आप यात्रा पर निकलें, छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र को जरूर देखें और इस अनुभव को आपकी यात्रा में शामिल करें।

इसके अलावा, जगदंबा मंदिर और धूपड़ मंदिर भी बस्तर जिले में प्रमुख पूजा स्थल हैं। ये मंदिर अपने आकर्षक संग्रहालय और अद्वितीय वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध हैं। वहां पर्यटक आत्मा को शांत करते हैं और अपने आप को मन की शांति देते हैं।

इसके अलावा, बस्तर जिले में कुछ और प्राचीन मंदिर हैं जो अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए चर्चा में हैं। ये मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र हैं और यहां के साहसिक मेलों में लोग बड़ी संख्या में आते हैं।

बस्तर जिला में वन्य जीवन की विविधता भी है। यहां आपको अनेक प्रजातियों के वन्य जीवों का दर्शन मिलेगा, जैसे कि हाथी, बाघ, भालू, गौर, तेंदुआ और अन्य जंगली जानवर। बस्तर की वन्यजीव धरोहर में एक महत्वपूर्ण भूमिका है और इसे संरक्षित करने के लिए कठिन प्रयास किए जा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ बस्तर में वन्य जीवन का और प्राचीन मंदिरों का संगम एक आश्चर्यजनक अनुभव है। यहां आपको एक साथ प्रकृति का आनंद और धार्मिक महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन मिलेगा। इसलिए, यदि आप एक यात्रा प्लान कर रहे हैं, तो बस्तर जिला आपके लिए एक पर्यटन स्थल के रूप में अद्वितीय हो सकता है।

जलप्रपात

छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला एक सुंदर और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है। इस क्षेत्र में प्राकृतिक संपदा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जलप्रपात। छत्तीसगढ़ बस्तर में विशाल और आकर्षक जलप्रपात हैं जो इस क्षेत्र की सुंदरता को और बढ़ाते हैं। यहां जलप्रपात अपने रौंदते पानी की गति, खींचाव और आवाज के लिए प्रसिद्ध हैं।

छत्तीसगढ़ बस्तर के जलप्रपातों में से एक मशहूर जलप्रपात चित्रकोट जलप्रपात है। यह जलप्रपात गंगावन नदी पर स्थित है और अपने शानदार वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। चित्रकोट जलप्रपात का ऊँचाई सौंदर्यिक और आश्चर्यजनक है, जो आपको वास्तविक रूप से मनमोहक बना देता है। जलप्रपात के धाराएं उछालते हुए नदी का दृश्य देखना बहुत आनंददायक होता है। चित्रकोट जलप्रपात पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है और वहां नदी टटोलने और राफ्टिंग का आनंद लेने के लिए अच्छे सुविधाएं हैं।

एक और मशहूर जलप्रपात छत्तीसगढ़ बस्तर में तीरथगढ़ जलप्रपात है। यह जलप्रपात तीरथगढ़ नदी पर स्थित है और एक सुंदर नदी घाटी में स्थित है। तीरथगढ़ जलप्रपात की उच्चता और जल की गति को देखकर आपको चकित होने का एहसास होगा। यहां पानी के बौछारों की तालाबदारी आपको अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।

छत्तीसगढ़ बस्तर के अलावा बाकी छत्तीसगढ़ राज्य में भी कई अन्य जलप्रपात हैं। कोटुमड़ा जलप्रपात, तिंडरपानी जलप्रपात, चुच्चिगढ़ जलप्रपात, और अकाली जलप्रपात कुछ ऐसे मशहूर जलप्रपात हैं जो प्रकृति के दिव्य सौंदर्य को दर्शाते हैं। यहां पर्यटकों को शांतिपूर्ण और मनोहारी पर्यटन अनुभव करने का अवसर मिलता है। इन जलप्रपातों के पास सुविधाएं हैं जैसे कि उड़ान यात्राएँ, राफ्टिंग, ट्रेकिंग, और पिकनिक क्षेत्र।

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