Bilaspur: रतनपुर मार्ग पर पुल के टूटने से यातायात वालो को परेशानी, 50 साल पुराने जर्जर पुल का मरम्मत नहीं हुआ था

बिलासपुर जिले के रतनपुर-कोटा मार्ग पर 50 साल पुराना बना पुल टूट गया है, जिस कारन से इस मार्ग पर यातायात ठप हो गए है। पुल से होकर गुजरने वाली 50 किलोमीटर लंबी सड़क का 2016 में निर्माण कराया गया था। लेकिन, ठेकेदार और अफसरों ने करीब 50 साल पुराने जर्जर पुल का निर्माण नहीं कराया गया था, जिसके चलते यह पुल शनिवार को टूट गया है। पुल टूटने के बाद जिला प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई है। जिसके तहत दोपहिया वाहन सिलदहा एनिकट से आवागमन कर सकते हैं।
शनिवार को रतनपुर कोटा मार्ग पर चांपी नाला पर पुराना पुल अचानक टूट गया। इस मार्ग में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और सड़क में दोनों तरफ वाहनों की कतार लग रही है। जानकारी मिलते ही कोटा एसडीएम के साथ ही लोक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यपालन अभियंता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुल के दोनों तरफ बैरिकेड लगवा दिया है।
सिलदहा एनिकट से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया। लेकिन, दोपहिया और छोटी कारें वहां से आना-जाना कर सकती है। वहीं, ट्रक, बस, हाइवा और ट्रैक्टर जैसे भारी वाहन वैकल्पिक मार्ग के रूप में रतनपुर से कंचनपुर, अमाली, बिल्लीबंद होते हुए कोटा शहर पहुंचने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
विभागीय अफसरों की मनमर्जी और ठेकेदारों की मिलीभगत से विभाग ने जर्जर सड़क तो बनवा दिया। लेकिन, इस मार्ग पर 1970 में बने जर्जर पुल का निर्माण नहीं कराया, जिसके चलते पुल टूट गया। पुल के टूटने से रतनपुर- कोटा मुख्यमार्ग के अलावा लोरमी जाने का भी रास्ता बंद कर दिया गया है। तथा लोरमी, कोटा, मरवाही के लोगों का संपर्क रतनपुर होते हुए बिलासपुर से कट गया है। अब रतनपुर से ब्लॉक मुख्यालय कोटा जाने के लिए लोगों को वापस बिलासपुर की तरफ आकर कोनी के तुर्काडीह पुल से बेलगहना होकर जाना पड़ रहा है।
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