भूपेश बघेल ने रायपुर में हरेली त्योहार का शुभारंभ किया

भूपेश बघेल ने रायपुर में हरेली त्योहार का उद्घाटन किया
हरेली एक प्रमुख छत्तीसगढ़ी त्योहार है, जिसे प्रतिवर्ष खुशी और आनंद के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार खेती और उपज के आशीर्वाद को मनाने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में हरेली त्योहार का शुभारंभ किया है। यह त्योहार पर्यटन, स्थानीय संस्कृति और परंपरागत कला को बढ़ावा देता है और लोगों को आपसी मेल-जोल और खुशी का आनंद देता है।
रायपुर में हरेली त्योहार का आयोजन
भूपेश बघेल ने रायपुर के सरगुजा महोत्सव मैदान में हरेली त्योहार का आयोजन किया। उन्होंने त्योहार की शुरुआत उत्साह से की और लोगों को उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस समारोह में कई प्रमुख व्यक्तियों, स्थानीय नेताओं और छत्तीसगढ़ की जनता ने हिस्सा लिया।
हरेली त्योहार का महत्व
हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ में बहुत महत्वपूर्ण है। इसे छत्तीसगढ़ की खेती और उपज के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह त्योहार बरसाती मौसम के बाद मनाया जाता है और खेती संबंधी गतिविधियों के लिए शुभ माना जाता है। हरेली त्योहार में किसान अपने खेतों में खेती की प्रारंभिक गतिविधियों को आरंभ करते हैं और उपज की खुशबू के साथ आनंद उठाते हैं। इसके अलावा, यह त्योहार सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है जहां लोग मिलकर खुशी, नृत्य, और गाने का आनंद लेते हैं।
हरेली त्योहार की विशेषताएं
हरेली त्योहार कई विशेषताएं रखता है जो इसे अनूठा और रोमांचक बनाती हैं। यहां हम कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं के बारे में बात करेंगे:
1. गीत और नृत्य
हरेली त्योहार में गीत और नृत्य का खास महत्व है। लोग गीत गाकर और नृत्य करके अपने आप को खुशी का एक भाग महसूस करते हैं। छत्तीसगढ़ के लोक गीतों और नृत्यों का महत्वपूर्ण स्थान हरेली में होता है और लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं।
2. बंशी और ढोल
हरेली त्योहार में बंशी (बांसुरी) और ढोल भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लोग इन मधुर संगीत उपकरणों के साथ गीत गाते हैं और नृत्य करते हैं। यह त्योहार छत्तीसगढ़ की संगीत और संगीतीय परंपराओं को मजबूती से दिखाता है।
आंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा
हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ के पर्यटन को बढ़ावा देता है। विदेशी पर्यटक और अन्य राज्यों के लोग इस त्योहार को देखने के लिए छत्तीसगढ़ आते हैं। यह त्योहार उन्हें छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रंगीनता का एक दर्शन प्रदान करता है। पर्यटन उद्योग को इस त्योहार के माध्यम से आवासीय और आंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा मिलता है।
संगठनात्मक उपायों का प्रयास
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली त्योहार के आयोजन के लिए संगठनात्मक उपायों का प्रयास किया है। इसके माध्यम से, उन्होंने प्रदेश के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य प्राप्त किया है। यह त्योहार स्थानीय कलाकारों, कारीगरों, और उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है और राज्य की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान को मजबूत करता है।
समापन
इस अनुभवशाली और धूम्रपान भरी हरेली त्योहार के माध्यम से, छत्तीसगढ़ की जनता अपने कृषि और उपज के लिए आशीर्वाद प्राप्त करती है। यह त्योहार स्थानीय संस्कृति, परंपरागत कला, और रंगीनता को मान्यता देता है और छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हरेली त्योहार न केवल स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करता है और उन्हें छत्तीसगढ़ की संस्कृति का अनुभव करने का मौका देता है।
यहां कुछ आम पूछे जाने वाले प्रश्न हैं:
1. हरेली त्योहार किस राज्य में मनाया जाता है?
छत्तीसगढ़ राज्य में हरेली त्योहार मनाया जाता है।
2. हरेली त्योहार कब मनाया जाता है?
हरेली त्योहार बरसाती मौसम के बाद मनाया जाता है, ज्यादातर अगस्त-सितंबर महीने में।
3. हरेली त्योहार का महत्व क्या है?
हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ के खेती और उपज के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो खेती संबंधी गतिविधियों के लिए शुभ माना जाता है। इसके अलावा, यह त्योहार सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।
4. हरेली त्योहार में कौन-कौन से उपकरणों का उपयोग किया जाता है?
हरेली त्योहार में बंशी (बांसुरी) और ढोल उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
5. हरेली त्योहार किस प्रकार से पर्यटन को बढ़ावा देता है?
हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ के पर्यटन को बढ़ावा देता है क्योंकि विदेशी पर्यटक और अन्य राज्यों के लोग इसे देखने के लिए आते हैं और इसे छत्तीसगढ़ी संस्कृति का एक अनूठा अनुभव करते हैं।
अब आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके इस त्योहार का आनंद ले सकते हैं:
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