रायपुर में फार्मेसी की फर्जी डिग्री की 17 अपराधी गिरफ्तारी और 11 फरार

रायपुर फार्मेसी डिग्री और डिप्लोमा फर्जीवाड़े में गुरुवार को रायपुर पुलिस ने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया। इससे पहले 14 आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। कुल 28 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज है। आरोपितों ने फार्मेसी की फर्जी डिग्री के लिए एक से डेढ़ लाख रुपये दिए थे। पकड़े गए आरोपितों के बैंक खातों की जांच की जा रही है। इसमें कुछ एजेंटों के नाम सामने आया हैं।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पैसे लेकर फर्जी डिग्री देने वाला गिरोह छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश में सक्रिय है। तेलीबांधा थाना पुलिस ने मनोज चक्रधारी निवासी कोरगांव थाना बिसरामपुरी जिला कोंडागांव, द्वारिका प्रसाद वर्मा निवासी ग्राम कठिया मंदिर हसौद और खकन कुमार विश्वास निवासी खरसिया को गिरफ्तार किया गया है।
छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल रायपुर के पंजीयक डा. श्रीकांत राजिम वाले ने तेलीबांधा थाने में फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। फार्मेसी डिप्लोमा अथवा डिग्री प्राप्त करने वालों ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउसिंल रायपुर आनंद नगर में पंजीयन के लिए आवेदन किया था।
वर्ष 2021 और 2022 में फार्मेसी डिप्लोमा, डिग्री के पंजीयन के लिए जिन्होंने आवेदन किए गए उनके प्रणाम-पत्र फर्जी निकले। इसकी शिकायत की गई जिसके बाद पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की। इनमें से 17 की गिरफ्तारी की गई है। जांच बढ़ने के साथ आरोपितों के नाम सामने आते जाएंगे और गिरफ्तारी की जाएगी।
सनराइस यूनिवर्सिटी बैगाड राजपुर (राजस्थान), ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चुरू (राजस्थान), श्रीधर यूनिवर्सिटी पिलानी (राजस्थान), स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी सागर (मध्य प्रदेश), उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल लखनऊ, राजस्थान फार्मेसी काउंसिल जयपुर, फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) के नाम से आरोपितों ने फर्जी प्रमाणपत्र बनवाए हैं।
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